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हिन्दू किसे कहते हैं? | Who is called Hindu In hindi? | हिन्दू की परिभाषा क्या है? | What is the definition of Hindu?

हिन्दू किसे कहते हैं? | Who is called Hindu In hindi? | हिन्दू की परिभाषा क्या है? | What is the definition of Hindu?


प्राचीन भारतीय ग्रंथों के अनुसार हिन्दू जन्मजात होते हैं। किसी को हिन्दू बनाया नहीं जा सकता है। परन्तु यह विचार कानूनी तौर पर मान्य नहीं है क्योंकि धर्म परिवर्तन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति हिन्दूत्व ग्रहण कर हिन्दू बन सकता है। और हिन्दू वह है जिसे हिन्दू जीवनशैली से पाला गया है। आईये इस लेख के माध्यमसे आज हम हिन्दू किसे कहते हैं? | Who is called Hindu In hindi? | हिन्दू की परिभाषा क्या है? | What is the definition of Hindu? इसके माध्यम से संपूर्ण जानकारी हासिल करते है।


हिन्दू की परिभाषा क्या है?

हिन्दू शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द "इन्दोई से हुई है। ग्रीक लोग सिन्धु घाटी में रहने वालों को इन्दोई" कहा करते थे। विधि की वह शाखा जो हिन्दू लोगों पर लागू होती है "हिन्दू विधि" कहलाती है। उदाहरण के लिए हिन्दू विवाह अधिनियम 1955 (Hindu Marriage Act 1955), हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 (Hindu Succession Act 1956), हिन्दू दत्तक एवं भरण-पोषण अधिनियम 1956 (Hindu Adoptions and Maintenance Act 1956). हिन्दू अल्पवयस्क एवं संरक्षक अधिनियम 1956 (Hindu Minority and Guardianship Act 1956) आदि कानून को हिन्दू विधि कहलाती है। ।



हिन्दू किसे कहते हैं?

प्राचीन भारतीय ग्रंथों के अनुसार हिन्दू यह जन्मजात होते हैं और किसी व्यक्तिको हिन्दू बनाया नहीं जा सकता। किसी व्यक्ति का हिन्दू होना यह उसके हिन्दू माता-पिता और परिवार के यहाँ जन्म लेने पर ही आधारित होता है। परन्तु यह विचार कानूनी तौर पर मान्य नहीं है। क्योंकि धर्म परिवर्तन के माध्यम से भी कोई व्यक्ति हिन्दूत्व ग्रहण कर हिन्दू बन सकता है। इसी प्रकार कोई भी हिन्दू व्यक्ति इसाई या इस्लाम धर्म में परिवर्तित होकर अपना हिन्दू पद खो भी सकता है। इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि हिन्दू सिर्फ जन्मजात हिन्दू नहीं होते बल्कि हिन्दू धर्म स्विकार करके हिन्दू बना भी जा सकता है। इसलिए "हिन्दू" पद में जो जन्मजात हिन्दू हैं वे भी शामशामिल है और वे लोग भी शामिल हैं जो हिन्दुत्व धर्म में परिवर्तित हो गये हैं। इससे यह बात स्पस्ट है कि हिन्दू जन्मजात होने के साथ- साथ बनाये भी जा सकते हैं, इसलिए हिन्दू विधि सिर्फ ऐसे लोगों तक ही सीमित नहीं होती जो जन्मजात हिन्दू हैं। इसके दायरे में वे लोग भी आते हैं जिन्होंने हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है और हिन्दुत्व में परिवर्तित हो गये हैं ।



हिन्दू कैसे बन सकते है?

निम्नलिखित तीन तरीकों से कोई भी गैर-हिन्दू व्यक्ति अपना धर्म त्याग कर हिन्दू बन सकता है:-

  1. यदि कोई व्यक्ति जिस हिन्दू जाति या समुदाय में परिवर्तित होता है उसके द्वारा निर्धारित धर्म-परिवर्तन अनुष्ठान पूरा कर लेता है।
  2. यदि कोई व्यक्ति हिन्दू बनने का इरादा व्यक्त करता है और वास्तविक तौर पर एक हिन्दू की तरह अपना जीवन यापन करता है और जिस किसी भी समुदाय या जाति में उसे शामिल किया गया है वह उसे उस समुदाय या जाति का सदस्य स्वीकार कर लेता है।
  3. यदि वह हिन्दू होने का घोषणा करता है और हिन्दू शैली में अपना जीवनयापन करता है।



किन व्यक्तियोंपर हिन्दू विधि लागू होती है?

"हिन्दू" पद को हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार परिभाषित करना काफी कठिन होता है। हिन्दू वह है जिसे जन्मजात हिन्दू जीवनशैली से पाला गया है। हालांकि हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955, की धारा 2, दत्तक तथा भरण-पोषण अधिनियम, 1956, की धारा 2 तथा हिन्दू अल्पवयस्क तथा संरक्षक अधिनियम की धारा ३ के अनुसार हिन्दू विधि को लागू करने के दृष्टिकोण से निचे दिये गये  लोगों को हिन्दू माना जाता है और उन लोगों पर हिन्दू विधि लागू होती है।

  1. कोई भी व्यक्ति जो हिन्दू धर्म के किसी स्वरूप अथवा नई विचारधारा के अनुसार हिन्दू है, और इसमें वीरशैव, लिंगायत, अथवा ब्रह्म, प्रार्थना, या आर्य समाज के अनुयायी भी शामिल हैं।
  2. कोई भी व्यक्ति जो बौद्ध, जैन अथवा सिख धर्म का अनुयायी है।
  3. कोई अन्य व्यक्ति जो उन क्षेत्रों का निवासी है जहाँ यह अधिनियम प्रभावी करता है तथा जो मुस्लिम, इसाई, पारसी या यहूदी धर्मों का मानने वाले लोगों में नहीं है, जब तक यह प्रमाणित नही हो जाये कि उस व्यक्ति पर हिन्दू विधि लागू नहीं होती या उस पर हिन्दू विधि की किसी प्रथा या परम्परा लागू नहीं होती।



हिन्दू को निम्नलिखित श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:-

(1) हिन्दू धर्म अनुयायी,

(2) धर्म-परिवर्तन (परिवर्तित अथवा पुनः परिवर्तित) के माध्यम से हिन्दू,

(3) जन्मजात हिन्दू


(1) हिन्दू धर्म अनुयायी:-

इस श्रेणी में दो प्रकार के लोग आते है वे निम्नलिखित है:-

  1. वो लोग जो मूल रूप से हिन्दू, बौद्ध, जैन अथवा सिख धर्म के अनुयायी।
  2. वो लोग जो धर्म परिवर्तन या पुनः धर्मपरिवर्तन के माध्यम से हिन्दू, बौद्ध, जैन अथवा सिख धर्म के अनुयायी बने हैं।


कोई व्यक्ति जो हिन्दू धर्म के किसी विचारधारा के अनुसार हिन्दू है क्योंकि वह या तो उसके अनुसार जीवनयापन करता है या उसे मानता है, तो वह व्यक्ति "हिन्दू" कहलाता है। समय के साथ-साथ हिन्दू धर्म में कई परिवर्तन हुए हैं। सुधारों और प्रति-सुधारों के कारण हिन्दू धर्म के विभिन्न नये स्वरूप अस्तित्व में आये जैसे : आर्य समाज, बौद्ध समाज, वीर शैव, लिंगायत, सत्संगी इत्यादि, हिन्दू धर्म के नये स्वरूप है।



(2) परिवर्तन (परिवर्तित अथवा पुनः परिवर्तित) के माध्यम से बने हिन्दू :-

हिन्दुत्व में धर्म परिवर्तन मान्य है और हिन्दू विधि अन्य धर्मो से परिवर्तित होकर हिन्दुत्व को स्वीकार करने वाले लोगों पर भी प्रभावी होता है। धर्म परिवर्तन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति उन औपचारिकताओं-अनुष्ठानों, जो धर्म-परिवर्तन के लिए मान्य हैं, उन को पूरा करके एक धर्म से दूसरे धर्म में परिवर्तित हो जाता है। ऐसे परिवर्तन के बाद 'एक उसे “धर्म-परिवर्तित” कहा जाता है। इसी प्रकार कोई व्यक्ति एक बार धर्म परिवर्तन करके फिरसे कोई दूसरा धर्म ग्रहण करता है तो उसे प्रति संपरिवर्तित कहा जाता है। उदाहरण के लिए, कोई हिन्दू व्यक्ति जो किसी अन्य धर्म में परिवर्तन होने के कारण हिन्दू नहीं रहा, वह फिरसे हिन्दुओं के चार धर्मो - हिन्दू, बौद्ध, जैन अथवा सिख, में से किसी एक में प्रतिसंपरिवर्तित होकर फिर से हिन्दू बन सकता है।



(3) जन्मजात हिन्दू :-

कोई व्यक्ति जिसका जन्म हिन्दू माता-पिता के द्वारा होता है, तो वह व्यक्ति जन्म से हिन्दू कहलाता है। आधुनिक हिन्दू विधि के अनुसार, निम्नलिखित दो स्थितियों में कोई व्यक्ति जन्म से हिन्दू कहलाता है वह इस प्रकार है।


  1. जब जन्म देनेवाले माता और पिता दोनों ही हिन्दू होते है। चाहे कोई बच्चा, जायज या नाजायज हो, जिसे हिन्दू माता-पिता ने जन्म दिया हो वह व्यक्ति हिन्दू होता है । यह अनिवार्य है कि माता और पिता दोनों ही हिन्दू, सिख, जैन या बौद्ध हों। यदि माता और पिता दोनों में कोई एक हिन्दू हो और दूसरा जैन, सिख या बौद्ध हो, उस स्थिती में भी बच्चे को हिन्दू ही माना जाता है ।
  2. जब माता-पिता दोनों में से कोई एक हिन्दू होते है। चाहे वह कोई बच्चा, जायज हो या नाजायज हो, जिसके जन्म के समय उसके माता-पिता दोनों में कोई एक हिन्दू रहा हो और जिसका लालन-पालन हिन्दू रीति- रिवाजों के अनुसार हुआ हो (भले ही बाद में हिन्दू माता या पिता किसी दूसरे धर्म में संपरिवर्तित हो गये हों)। उस स्थिति में भी उस बच्चेकोभी हिन्दू माना जाता है। बच्चे के जन्म के समय उसके माता या पिता में से कोई एक हिन्दू रहा हो और उस बच्चे का लालन-पालन पोषण, हिन्दू माता या पिता उसके जन्म के समय जिस किसी भी जनजाति, समुदाय, समूह या परिवार से सम्बन्धित रहे हों, उसके सदस्य के रूप में हुआ हो । 



आधुनिक हिन्दू विधि के अनुसार यह आनिवार्य नहीं है कि बच्चे का धर्म उसके पिता के धर्म के अनुरूप ही हों। यदि किसी बच्चे के जन्म के समय उसकी माता हिन्दू रही हो और उस बच्चे का लालन-पालन हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया हो तो वह बच्चा हिन्दू माना जायगा। संहिताबद्ध हिन्दू विधि में यह बात हिन्दू विवाह अधिनियम 1955 की धारा 2(1) की व्याख्या (बी) में प्रयुक्त शब्द “हिस्सा होना” (belonged) से स्पष्ट हो जाती है। उदाहरणस्वरूप, हिन्दू माता और मुस्लिम पिता से किसी बच्चे को जन्म हुआ हो और उस बच्चे का लालन-पालन हिन्दू रीति रिवाजों से किया गया हो। बाद में माता ने धर्म संपरिवर्तन कर इस्लाम धर्म अपना लिया हो। अगर इस समय-बिंदु पर यह प्रश्न उठे कि क्या वह बच्चा हिन्दू है, तो स्थिति यह होती है कि माता-पिता दोनों में से किसी के भी हिन्दू नहीं होने पर भी वह बच्चा हिन्दू माना जाता है। यही स्थिति तब भी होगी जब किसी बच्चे के हिन्दू माता-पिता की मृत्यु के बाद उस बच्चे को हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार पाला जाया ।


इस लेख के माध्यमसे हमने हमारे पाठकों को हिन्दू किसे कहते हैं? | Who is called Hindu In hindi? | हिन्दू की परिभाषा क्या है? | What is the definition of Hindu? इसके बारेमें संपूर्ण जानकारी देने का पुरा प्रयास किया है आसा है आपको यह लेख पसंद आया होगा इससी प्रकार एसे ही कानूनी जानकारी सिखने के लिए आप हमारे इस पोर्टल apanahindi.com पर आवश्य भेट दे।



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