Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

विधि क्या है?। विधि के कितने प्रकार है?। कानून क्या है? | कानून कितने प्रकार के होते हैं? | What is Law in Hindi | How many Types of Family Law

विधि क्या है?। विधि के कितने प्रकार है?। कानून क्या है? | कानून कितने प्रकार के होते हैं? | What is Law in Hindi | How many Types of Family Law


विधि अथवा कानून मनुष्य आचरण के वे सामान्य नियम होते हैं, जिन्हे केंद्र सरकरार या राज्य सरकार द्वारा लागू किये जाते है। जिनका पालन करना हर व्यक्ति के लिये अनिवार्य है। आसान भाषा में कहाजाए तो कानून या विधि का मतलब है मनुष्य के व्यवहार को नियंत्रित और संचालित करने वाले नियमों, हिदायतों, पाबंदियों और हकों की संहिता होता है। आज समाज में भी विधि के शासन के नाम पर दुनिया भर में सरकारें नागरिकों के लिये विधि का निर्माण करती है। तो आइये इस लेख के माध्यम से आज हम विधि क्या है?। विधि के कितने प्रकार है?। कानून क्या है? | कानून कितने प्रकार के होते हैं? | What is Law in Hindi | How many Types of Family Law in Hindi इसके बारेमें संपुर्ण जानकारी हासिल करने की कोशीश करते है।



विधि अथवा कानून क्या है ? ( What is Law in Hindi)

विधि अथवा कानून यह नियमों का एक समूह है जो मनुष के व्यवहार को विनियमित करने के लिए सामाजिक और सरकारी संस्थानों द्वारा बनाया गया है और सरकार द्वारा लागू किया गया है।



पारिवारीक विधि अथवा कानून के प्रकार (Types of Family Law)

पारिवारीक विधि के दो प्रकार होते है। वे निम्न प्रकार के है।

1. स्वीय विधि (Personal Law) तथा

2. राज्य क्षेत्रीय विधि (Territorial Law)



1) स्वीय विधि ( Personal Law)

स्वीय विधि जिस हम Personal Law के नाम से जानते है। यह कानून विशेष धर्म के लोगोंको ही लागू होता है। जैसे के किसी धर्म-विशेष को मानने वाले लोगों पर ही लागू होती है, उदा. हिन्दू के लिए हिंदू लॉ, मुस्लिम के लिए मुस्लिम लॉ और ईसाई के लिए क्रिश्चन लॉ। इसे समझने के लिए हम उदाहरण के लिए कहें तो हिंदुओ के लिए हिन्दू विवाह अधिनियम ( Hindu Marriage Act), 1955, यह कानून सिर्फ हिन्दू लोगों पर लागू होता है। इसी प्रकार मुस्लिम व्यक्तियों के लिए मुस्लिम विवाह विखंडन अधिनियम (Dissolution of Muslim Marriage Act), 1939 यह कानून मुस्लिम लोगों पर लागू होता है और ईसाई लोगों के लिए ईसाई विवाह अधिनियम (Christian Marriage Act), 1872, ईसाई लोगों पर ही लागू होतो है । इन सभी कानून को पर्सनल लॉ कहते है।



2) राज्य क्षेत्रीय विधि (Territorial Law)

हमने उपर स्वीय विधि को समझने कि कोशि की है। लेकिन राज्य क्षेत्रीय विधि (Territorial Law) यह इसके बिल्कुल विपरीत है। जैसे राज्यक्षेत्रीय विधियाँ पूरे देश मे रहने वाले लोगोंपर जोके सभी धर्म के लोगों पर लागू होती हैं । उदाहरण के लिए जैसे भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम (Indian Succession Act), 1925, भारतीय संविदा अधिनियम (Indian Contract Act), 1872 आदि के सभी कानून विधि जो धर्म की सीमाओं से परे है वह देश के सभी लोगों पर लागू होता है, चाहे वह व्यक्ति हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई वगैरह इनमेसे कोई भी हो इन सभी लोगोंपर राज्य क्षेत्रीय विधि (Territorial Law) लागू होता है।



इस लेक के माध्यम से आज हमने हमारे पाठकों को इस लेख के माध्यम से विधि क्या है?। विधि के कितने प्रकार है?। कानून क्या है? | कानून कितने प्रकार के होते हैं? | What is Law in Hindi | How many Types of Family Law इसके बारेमें संपूर्ण जानकारी देनेका प्रयास किया है। आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा। इसी तरह कानूनी जानकारी हासिल करने के लिए और सिखने के लिए आप हमारे इस पोर्टल apanahindi.com पर आवश्य भेट दें।



यह भी पढे


थोडा मनोरंजन के लिए


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ