साझेदारी विघटन का विलेख प्रारुप | Partnership dissolution Deed Format
साझेदारी विघटन का विलेख प्रारुप | Partnership dissolution Deed Format
भागीदारी के विघटन का यह विलेख आज दिनांक --------------- माह-------------- सन------------ को------------ के दिन निम्नलिखित पक्षकारो के बीत निष्पादित किया गया-
- श्री--------------------------------------------- आत्मज------------------ आयू ------------------------ निवास --------------------------------------------------------------------------------
- श्री--------------------------------------------- आत्मज------------------ आयू ------------------------ निवास --------------------------------------------------------------------------------
- श्री--------------------------------------------- आत्मज------------------ आयू ------------------------ निवास --------------------------------------------------------------------------------
चूंकि उपरोक्त पक्षकारो ने दिनांक ---------------- को एक भागीदारी फर्म का गठन किया था एवं एक भागिता विलेख का निष्पादन कर दिया था तथा उल्लिखित शर्तो के अनुसार दिनांक ------------ तक फर्म का व्यावसाय करते रहे थे।
और चूँकि सभी पक्षकारो द्वारा पारस्परीक रुप से यह निश्चय किया गया था कि उक्त भागीदारी फर्म का विघटन कर दिया जाये एवं फर्म की सारी पूंजी एवं उसके सभी लाभों को फर्म के ऋण आदि की अदाकारी कर शेष को विलेख मे उल्लिखित शर्तो के अनुसार पक्षकारो मे विभाजित कर दिया जाये।
- यह भी पढे साजेदारी संघटन के लिए उपयूक्त आवेदन
अतएव यह विलेख साक्ष है कि हम उक्त भागीदारीगण भागिता विघटन करार की निम्नलिखित शर्तो के अन्तर्गत सहमत होते है-
- कि उक्त भागीदारी फर्म---------- का दिनांक ---------------- से विघटन एव भागीदारो के बीच किये गये भागिता करार का पर्यवसान समझा जायेगा तथा उक्त दिनांक --------------- से कोई भी भागीदार न तो संयुक्त रुप से और न ही पृथक रुप से भागीदार फर्म के नाम से ------------ वर्ष तक कोई व्यापर-व्यावसाय कर सकेगा।
- कि दिनांक ------------- तक भागीदारी फर्म का सारा लेखा जोखा तैयार किया जायेगा एवं भागिता फर्म द्वारा किये गये ऋणो को वसूल करना होगा।
- कि भागिता फर्म की सारी पूंजी, सम्पत्ति, परिसम्पत्ति, वसूल किये गये ऋण आदि की एक सूची तैयार की जायेगी एव उसमे से भागिता फर्म पर के कर्जो की अदायगी एव अन्य खर्चो को निकालकर शेष को सभी पक्षकारो मे भागिता विलेख के शर्तो के अनुसार विभाजित कर दिया जायेगा।
- कि भागीदारी फर्म के विघटन के पश्चात किसी प्रकार की हानि या ऋण का पता चलता है तो सभी पक्षकारो को समान रुपसे उसे वहन करना पडेगा।
- कि फर्म के विघटन के पश्चात ऐसी किसी देनगी का पता चलता है, जो कि किसी पक्षकार ने अन्य पक्षकारो से छिपाकर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिये अर्जित किया था, जिसको अदा करने का दायित्व स्वय उस पक्षकार पर होगा।
- भागीदारी के ऋणो एवं दायित्वो के बाद शेष राशि मे उक्त भागीदातो को पूंजी चुकाई जायेगी एवं शेष सम्पदा को भागीदारो मे उनके लाभ (विभाजन के अंश के) अनुपात मे बांटा जायेगा। यदि कोई हानि होती हो सभी भागीदार उसी अनुपात मे उसको वहन करेंगे।
उपरोक्त के साक्ष्यस्वरुप उक्त भागीदारो मे विघटन के इस करार, जिसे दिनांक -------------- के भागिता विलेख के साथ संलग्न कर दिया गया है, को हस्ताक्षरित कर निष्पादित कर दिया है।
हस्ताक्षर, प्रथम पक्षकार
हस्ताक्षर द्वितीय पक्षकार
हस्ताक्षर तृतीय पक्षकार
साक्षीगण
1--------------------------------
2--------------------------------
स्थानः-----------------
दिनांकः--------------
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