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डव्हलपर्स एग्रीमेंट का नमुना | development agreement format

डव्हलपर्स एग्रीमेंट का नमुना | Development Agreement Format


डव्हलपर्स एग्रीमेंट | Development Agreement 


यह डेव्हलपर्स एग्रीमेंट आज दिनांक---------------- सन ---------- इस्वी को ------------ में निम्न पक्षकारो के मध्य निम्न प्रकार लिखा व तस्दीक किया गयाः-


श्री ---------------------------------------------------------- मालिक संम्पत्ति जिन्हे सम्मिलित रुप से इस लेख पत्र मे आगे शब्द प्रथम पक्ष मे संबोधित किया गया है (शब्द प्रथम पक्ष) मे उक्त मालिकाना संम्पत्ति के उत्तराधिकरी, वारिस स्थानापन्न, पारिवारिक सदस्य इत्यादि भी कोई विपरीत अभिप्राय न हो।


एवं


श्री ---------------------------------------------------------- डवलपर जिसे इस लेख पत्र मे आगे शब्द द्वितीय पक्ष से संबोधित किया गया है। (शब्द द्वितीय पक्ष मे उक्त कंपनी के डायरेक्टर्स, शेयर होल्डर्स, नोमिनीज, ऐजेंन्ट, सर्वेंट इत्यादि भी सम्मिलित समझे जायेंगे, जब तक कि इस लेख पत्र के संदर्भ मे कोई विपरीत अभिप्राय न हो)।


प्रथम पक्ष अपनी उक्त अचल सम्पत्ति पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण कार्य करवाना चाहते है। एवं द्वितीय पक्ष बहैसियल डवलपर्स के निर्माण कार्य करना चाहते है। जिसकी शर्ते दोनो पक्षकारों के मध्य निम्न प्रकारसे करार पायी हैः-

  1. यह कि द्वितीय पक्ष उक्त प्लाट नंबर ------ पर मल्टीस्टोरी भवन बनाने हेतु मानचित्र जयपुर विकास प्राधिकरण में प्रस्तुत करेंगे व जयपुर विकास प्राधिकरण से भवन मानचित्र अपने स्वंय के खर्चे व प्रयासों के द्वारा अनुमोदित करवायेंगें।
  2. यह कि प्रथम पक्ष ने उक्त प्लाट नंबर की भूमि क्षेत्रफल वर्गमीटर पर अनुमोदित मानचित्रानुसार व सक्षम ॲथोरिटी के रुल्स, रेग्यूलेशन, बाई लॉज इत्यादि के अनुरूप मल्टीस्टोरी बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स के निर्माण हेतु वास्तविक खाली कब्जा मौकेपर द्वितीय पक्ष को संभलवा दिया है।
  3. यह कि द्वितीय पक्ष का यह पूर्ण दायित्व होगा कि वह इस लेख पत्र के अंत मे सूची संख्या 2 मे वर्णित स्पेसिफिकेशन के अनुरूप मल्टीस्टोरी बिल्डिंग निर्माण हेतु ड्राईंग्स बनवाकर/इंजिनियर/ कॉन्ट्रेक्टर/ कर्मचारी / मिस्त्री / मजदूर इत्यादि की नियूक्ति करें एवं बिल्डिंग का निर्माण करे इन सब कार्यो मे संपूर्ण खर्च द्वितीय पक्ष द्वारा वहन किया जायेगा।
  4. यह कि प्रथम पक्ष द्वारा उक्त बिल्डिंग के दौरान डे-टू-डे कार्य मे कोई इन्टरफियरेंस करने व कोई अवरोध करने अथवा निर्माण को रोकने का अधिकरार नही होगा एवं द्वितीय पक्ष को अपनी इच्छानुसार किसी भी स्टाफ / कर्मचारी / मिस्त्री / लेबर / आर्किटेक्ट / इंजिनियर को रखने, कंन्ट्रोल करने, पेमेंट करने अथवा हटाने के स्वतंत्र अधिकार होंगे किंतू प्रथम  पक्ष को अपने स्वयं द्वारा अथवा अपने नामजद व्यक्ती / इंजिनियर / ओवरसियर द्वारा बिल्डिंग के निर्माण के दौरान क्वालिटी ऑफ कन्सट्रक्शन की संतुष्टि हेतु व्हिजीट और निरीक्षण करने के पूर्ण अधिकार होंगे।
  5. यह कि उक्त प्लाट नं.------------- पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण का संपूर्ण खर्चा द्वितीय पक्ष द्वारा वहन किया जायेगा एवं निर्माण हेतु संपूर्ण प्रयास व श्रम भी द्वितीय पक्ष ही किया जायेगा।
  6. यह कि प्रथम पक्ष द्वितीय पक्ष अथवा उनके नामजद व्यक्ती / व्यक्तियों के हेतु हित मे एक पॉवर ऑफ अटोर्नी उक्त बिल्डिंग के निर्माण हेतु सीमेंट, आईरन / कोटा / गैस / विद्यूत/ जल कनेक्शन संबंधित ऑथेरिटी से प्राप्त करने एवं अन्य आवश्यक कार्य व कार्यवाहियां प्रथम पक्ष के बिहाफ पर करने हेतु लिख व तस्दीक कर उप पंजीयक कार्यालय जयपुर मे दर्ज रजिस्टर करवा देंगे।
  7. यह कि, द्वितीय पक्ष निर्माण के दौरान व निर्माण होने तक घटिया क्वालिटि का मटेरियल प्रयोग करने से कोई दुर्घटना होने के लिए एक मात्र रुप से जिम्मेदार होंगे।
  8. यह कि द्वितीय पक्ष द्वारा निर्माण अनुमोदित भवन मानचित्र अनुसार अथवा स्थानीय आथोरिटी के रुल्स / रेग्यूलेशन / बाई लॉज के विपरीत किये जाने पर यदि कोई पेनल्टी, जुर्माना कार्यवाही किसी सक्षम आथोरिटी द्वारा की जावेगी तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी द्वितीय पक्ष की होगी किन्तु इन्हे निपटाने / सलटाने मे प्रथम पक्ष अपना पूर्ण सहयोग द्वितीय पक्ष को देगें।
  9. यह कि, प्रथम पक्ष द्वितीय पक्ष को उक्त बिल्डिंग के निर्माण हेतु व निर्माण के दौरान समय समय पर आवश्यक मदत, सहयोग व आवश्यक्ता नुसार किसी प्रार्थना पत्र, शपथ पत्र, इन्डेम्निटी बॉन्ड इत्यादि पर हस्ताक्षर करने, सक्षम आथोरिटी के समक्ष आथोरिटी के समक्ष प्रस्तुत करने, बयान देने इत्यादि के लिये बाध्य होगें।
  10. यह कि द्वितीय पक्ष द्वारा उक्त मल्टिस्टोरी बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स के संपूर्ण निर्माण करने व निर्माण मे इनवेस्ट किये गये धन एवं समय के बदले मे बिल्डिंग के (1) बेसमेंट फ्लोर, (2) स्टिल्ट फ्लोर (3) ग्राउण्ड फ्लोर (4) फर्स्ट फ्लोर (5) सैकेण्ड फ्लोर (6) थर्ड फ्लोर एवं फ्लोर बिक्री योग्य भाग (सेलेबल पोरशन) के प्रतिशत भाग के बराबर की कीमत प्रथम पक्ष द्वितीय पक्ष को अदा करेंगे। यह किमत प्रथम पक्ष द्वारा द्वितीय पक्ष को अदा नही किये जाने पर द्वितीय पक्ष का उक्त सम्पूर्ण मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के प्रतिशत भाग पु्रन एक मात्र स्वामीत्व व अधिपत्य होना व इसी प्रकार इसकी  छत पर भी प्रतिशत स्वामित्व  होगा।
  11. यह कि प्रथम पक्ष द्वारा द्वितीय पक्ष के हित मे यह अधिकारी हस्तान्तरित कर दिये है कि वह अपने प्रतिशत भाग को एग्रीमेंट के द्वारा अथवा अन्य प्राकर से प्रस्तावित केता / केतागण के हित मे एक या एक से अधिक भागोंमे निर्माण प्रारम्भ होने से पूर्व / निर्माण के दौरान किसी भी समय विक्रय अथवा अन्य प्रकार से हस्तांन्तरित करना तय करें, इकरारनामा अथवा अन्य हस्तान्तरण पत्र तस्दीक करें, प्रतिफल का रुपया प्राप्त करें, रसीद देवें इत्यादि द्वितीय पक्ष द्वारा अपने पचपन प्रतिशत हिस्से के इस प्रकार बुकर करने अथवा विक्रय अनुबंधित करने अथवा हस्तांतरित करने से होने वाले फायदे अथवा नुकसान की पूर्ण जिम्मेदारी द्वितीय पक्ष की होगी।
  12. यह कि द्वितीय पक्ष को उक्त प्लाट नंबर पर अपना बोर्ड लगाने प्रोजेक्ट को हाई लाईट करने, विज्ञापन देने इत्यादि के पूर्ण अधिकार होंगे।
  13. यह कि द्वितीय पक्ष बिल्डिंग को प्रथम पक्ष द्वारा समक्ष आथोरिटी से मानचित्र अनुमोदित करवाकर द्वितीय पक्ष को देने की दिनांक से अंदर मियाद चौबीस माह मे तय इलैक्ट्रिक / सेनेट्री, अन्य फिटिंग्स व फक्सचस सहित रिहायश योग्य अवस्था मे पूर्ण रुप से निर्माण कर दिया जावेगा किंन्तु किसी अज्ञान कारण से जो कि द्वितीय पक्ष के कन्ट्रोल से बाहर हो अथवा किसी न्यायालय अथवा सक्षम आथोरिटी के आदेश / निर्देश / निर्णय इत्यादि के कारण निर्माण रोक दिया जावेगा तो ऐसे कारण से जितने समय निर्माण रुकेदा वह समय उक्त दे वर्षो की अवधि के अलावा समझा जावेगा।
  14. यह कि, इकरारनामा दोनो पक्षों के मध्य प्रिंसिपल-टू-प्रिंसिपल बेसिस पर किया गया है, इस इकरारनामे का अर्थ दोनों पक्षो के मध्य सर्विस कन्ट्रोल / पार्टनरशिप/ विक्रीय / संपत्ति का हस्तांन्तरण जोइन्ट बेन्चर जोइंट एडवेंन्चर / एसोशिएशन ऑफ परसंस मालिक संपत्ति प्रथम पक्ष एवं बिल्डर डवलपर द्वितीय पक्ष के मध्य नही समझा जावेगा व प्रत्येक पक्ष अपने अपने हिस्सेसे के इन्कम टेक्स व अन्य टेक्सेज, चार्जेस, शुल्क व जिम्मेदारियां के लिए अलग-अलग पूर्ण रूपसे उत्तरदायी व जिम्मेदारी से दूसरे पक्ष को पूर्ण से स्वतंत्र व इन्डेमनीफाइड रखेगा।
  15. यह कि द्वितीय पक्ष को उक्त बनने वाले भवन के अपने हिस्से को किसी भी व्यक्ति / बैंक / संस्था / फाइनेंसियल इनसटीट्यूट इत्यादि के हित मे रहन रखने, लीज अथवा लाइसेन्स पर देने का पूर्ण अधिकार होगा।
  16. यह कि भूमि एवं भवन कर, गृहकर व अन्य कर लीज मनी इत्यादि जो कि इस अनुबंध की दिनांक तक बाकी होगी, उन्हे अदा करने का दायित्व प्रथम पक्ष का होगा व इस अनुबंध की दिनांक से प्रतिशत प्रथम पक्ष व --------- प्रतिशत द्वितीय पक्ष का होगा।
  17. यह कि द्वितीय पक्ष द्वारा इस अनुबंध की शर्तो की अनुपालना किये जाने अथवा प्रथम पक्ष को उसके ------- प्रतिशत हिस्से का निर्माण पूर्ण सम्हलवाये जाने पर प्रथम पक्ष द्वितीय पक्ष के -------- प्रतिशत हिस्से के प्रस्तावित केता / केतागण के हित मे एक या एक से अधिक  टुकडों मे विक्रय पत्र लिखने / तस्दीक करने, सक्षम पंजीयन कार्यालय मे पंजीयन करवाने व अन्य कार्य व कार्यवाहियां करने हेतु द्वितीय पक्ष अथवा नामजद व्यक्ति / व्यक्तियों के हित मे उप पंजीयक कार्यालय जयपुर मे रजिस्टर्ड करवा देंगे।
  18. यह कि इस इकरारनामे के तहत प्रथम  द्वितीय पक्ष के मध्य निर्माण के दौरान अथवा निर्माण की समाप्ति पर हर प्रकार के वाद विवाद तीन व्यक्तियों के आरबीट्रेशन को रैफर किया जायेगा। इन तीन व्यक्तियो की नियुक्ति दोनों पर बाइंडिंग होगा। किसी भी पक्ष को इस इकरारनामे के तहत उठे किसी विवाद के लिए किसी भी न्यायालय मे तब तक जाने का अधिकार नही होगा जब तक कि आरबिट्रेशन किसी उचित कारण से अवार्ड देने मे असक्षम हो जावे।
  19. प्रथम पक्ष या द्वितीय पक्ष के किसी भी अनुबंधकर्ता की असामयिक मृत्यू पर उनके उत्तराधिकारी इस मल्टीस्टोरी प्रोजेक्ट को पूरा उन्ही शर्तो पर करवायेगें जिन पर यह अनुबंध किया गया।
  20. यह कि यदि कोई विवाद द्वितीय पक्ष नही निपटायेगा व प्रथम पक्ष को प्रोजेक्ट की सफलता एवं इकरारनामो की पालना मे निपटाना आवश्यक हुवा तो प्रथम पक्ष उसे द्वितीय पक्ष के खर्चेपर करने को सक्षम होगा।
  21. इस अनुबंघ की दो प्रति -------- रुपये मे मुद्रांक व पाई पेपर कीता ------- पर टाईप करवायी गई है व इस पर दोनों पक्षों ने अपने अपने हस्ताक्षर दो गवाहो के सामने किये है एक एक प्रति दोनो पक्षों ने रखी है।

उपर्युक्त के साक्ष्य स्वरूप हम----------------------------------- प्रथम पक्षकार एवं------------------------------ द्वितीय पक्षकार ने निम्नांकित साक्षियों के समक्ष अपने हस्ताक्षर कर दिये है जो सही व सनद रहे तथा आवश्यक होने पर काम आवे।




हस्ताक्षर


प्रथम पक्षकार



द्वितीय पक्षकार



साक्षीगणः-

1.----------------------------

2.----------------------------



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