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जाति प्रमाण पत्र || Cast Certificate in Hindi || कास्ट सर्टिफिकेट

जाति प्रमाण पत्र || Cast Certificate in Hindi || कास्ट सर्टिफिकेट 


जाति प्रमाण पत्र || Cast Certificate in Hindi || कास्ट सर्टिफिकेट 


परिचय

आज के आरक्षण के युग में, आम आदमी को जिस तरह भोजन, वस्त्र और आश्रय की आवश्यकता होती है। इसी तरह, जाति प्रमाण पत्र भी सबसे महत्वपूर्ण में से एक है। आज, रोजाना जीवन में, जाति प्रमाण पत्र को एक विशिष्ट सामान्य महत्व प्राप्त हुवा है। उससे, यदि संबंधित व्यक्ति उच्च जाति का नहीं है, तो सोचने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योकी, उस व्यक्ति को यह जाति प्रमाण पत्र हर जगह जमा करना होगा। इसके बिना, उस व्यक्ति को कोई भी लाभ नहीं मिलता है।

 वास्तव में, भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद,देश में गणतंत्रीय व्यवस्था अस्तित्व में आई। यह इस मूल घटना पर आधारित है, जिसे वास्तविक जातिविहीन समाज होने की उम्मीद थी। लेकिन दुर्भाग्य से, भले ही आजादी के इतने साल बीत गए, लेकिन इस जाति व्यवस्था के स्तंभ अभी भी बढ़ रहे हैं। आइए देखें कि जाति प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करें, इसके लिए कौन कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं।



जाति प्रमाण पत्र कैसे बनाते है?

यदि कोई सरकार द्वारा घोषित सुविधा का लाभ उठाना चाहता है, तो उसके लिए जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा जब यह समझा जाता है, तो संबंधित लोग भागना शुरू कर देते हैं और यदि आवश्यक दस्तावेज जमा नहीं किए जाते हैं तो प्रमाणपत्र प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। सभी जातियों के प्रमाण पत्र आमतौर पर तहसीलदार के कार्यालय से या समान अधिकार वाले अधिकारी से प्राप्त किए जाते हैं। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन करना होगा। जिसमें आवेदन में पूछी गई सभी जानकारी को ठीक से भरना होगा। जो व्यक्ति जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना चाहता है, उसे आवेदन पर हस्ताक्षर करना होगा। यदि आवेदन अज्ञानी बच्चों के लिए किया जाना है, तो उन्हें अपने माता-पिता द्वारा हस्ताक्षरित करना होगा। आवेदन पर न्यायालय शुल्क की मुहर लगाना आवश्यक है। बच्चों के जाति प्रमाण पत्र के लिए उनके माता-पिता का जाति प्रमाण पत्र होना आवश्यक है। यदि, हालांकि, प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है, फिर सभी के एक साथ मिलाकर आवेदन दाखिल किया तोभी चलेगा।


आइए अब इस बात पर विचार करें कि सबूत के रूप में इस आवेदन के साथ कौनसे दस्तावेज संलग्न किऐ जाने चाहिए। जाति के प्रमाण के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों पर विचार किया जाता है:-

  1. जिस व्यक्ति को जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करना है। उनके स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, हालांकि, इस प्रमाण पत्र को प्रस्तुत करते समय जाति और उप-जाति का उल्लेख किया होना चाहिए।
  2. जाति का उल्लेख के साथ पिता का स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र।
  3. पिता का जाति के उल्लेख के साथ जन्म प्रमाण पत्र।
  4. पिता का जाति के उल्लेख के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र।
  5. यदि इन प्रमाण में से कोई भी उपलब्ध नहीं है, तो व्यक्ति के चचेरे भाई या दादा-दादी की जाति का कोई भी सबूत को माना जा सकता है।



अब, यदि इस स्थान पर पिता का जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है, तो संयुक्त विवरण देना आवश्यक है। साथ ही, यदि किसी करिबी रिश्तेदार का जाति प्रमाण प्रस्तुत किया जाना है, तो उस व्यक्ति के साथ आवेदन कर्ता का क्या संबंध है इसका खुलासा करना आवश्यक है। उसमें से आवेदन कर्ता और रिश्तेदार की जाति एक कैसे हो सकती है, यदि इस संबंध में खुलासा किया गया है, तो यह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के संदर्भ में उपयोगी होगा। इसलिए, आज जो भी सबूत उपलब्ध हैं, उसे स्पष्ट किया जाना चाहिए। 

पेहले जमानेमे, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र ज्यादा नहीं लिए जाते थे। अथवा शिक्षा का प्रसार कम होने के कारण स्कूल में बच्चो की उपस्थिति बहुत कम होती थी। ऐसे स्थिती में स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र जमा करना मुश्किल होता था। इसके अलावा, यहां तक कि यदी कोई व्यक्ति सामाज के स्कूल में जाता है, तो उसके स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र में उसकी जाति, उप-जाति का उल्लेख होगा क्या एसे कुछ कहा नही जाता। क्योंकि, जिस समय स्कूल में दाखिला हुआ करता था, उस समय, यदि बच्चो के नाम पंजीकृत करने वाले व्यक्ति ने जाति का नाम, उप-जाति का नाम पंजीकृत नहीं किया, तो ऐसा पंजीकरण प्राप्त करना असंभव होगा। इस बीच, एक लहर थी जहां हर कोई अपनी जाति का उल्लेख किए बिना केवल धर्म का उल्लेख कर रहा था। इसीलिए स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र में जाति का उल्लेख नहीं है। फिर, सबूत के रूप में, यदि प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है, तो संबंधित अधिकारियों के साथ प्रत्यक्ष मिलकर उनका एक शपथ पत्र प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
 


उस शपतप्र में निम्नलिखित मुद्दोको शामिल किए जाने चाहिए:-

  1. जाति उपजाति का उल्लेख
  2. स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र पर जाति और उप-जाति का उल्लेख क्यों नहीं किया गया है? इसका कारण
  3. अन्य सामग्रीक ऐसी जानकारी।

इसके अलावा, आजकल हर जाति के समाज के विभिन्न संस्थान होते हैं। इस तरह की संस्थानो से, वंशावली का अगर कुछ प्रमाण पत्र इससे लाया जाता है तो इसका पूरक प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।  

इसके अलावा आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे।

  1. निवास का प्रमाण (ए) हाउस रेंट रसीद। (बी) सेवा का प्रमाण पत्र, (सी) कर रसीद। आदि। मतदाता सूची में नाम का प्रमाण भी उपयोगी है।
  2. राशन कार्ड के प्रतियाः- राशन कार्ड में नाम समाविष्ट होने वाली पहली पुष्टि की ज़ेरॉक्स प्रतियां भी इस आवेदन के साथ संलग्न होनी चाहिए।

इसके अलावा, निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है।

  1. अंतिम नाम के परिवर्तन का आधिकारिक प्रमाण, यदि नाम मे बदलाल किया गया है।
  2. विवाहित महिलाओं के मामले में विवाह पंजीकरण का प्रमाण पत्र, या राजपत्र में प्रकाशित परिवर्तन की एक प्रति।
  3. किसी अन्य परिवर्तन के प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किए जाने वाले दस्तावेज।

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