नौकर नामा क्या है और कैसे बनाते है?
आजकल, औद्योगिक क्रांति के यूगमें, आत्याधूनीक आविष्कारों ने मानव के जीवन के तरीके को बदल कर रख दिया है। एसे कई चिजे है जो के मानव जिवनके लिये बहोत ही अहम जरूतोमे शामील हो चुके है। अगर आप बहोत सालो पहले के समय के बारे में सोचोगे, तो उस समय, आप यकीन नही कर पाएंगे कि उस समय लोगोके लिये बिजली की जरूरत कुछ खास नहीं थी। लेकिन आज के समय ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब ऐसा नहीं है। क्योकी वहांपर भी आज के समय मे बिजली एक सार्वभौमिक जरूरत बन गई है। इन सबके परिणामस्वरूप मनुष्य को बहोत ज्यादा पैसो की जरूरत होने लगी तब मनुष्य अधिक पैसा कमानेके लिए वह कुछ व्यवसाय करने लगा। फिर इस व्यवसाय के खातीर, उसे अपने गाँवसे, अपने खेतीसे, घर से दूर होता चला गया। फिर एसे स्थिती मे मनुष्यको अपने गांव के खेती और घर की चिंता होने लगी। तब उनके समक्ष अपने घर और खेती के रखरखाव का सवाल खडा हो जाता है।
लेकीन उनके लिए यह सवाल सुलझ नहीं रहा था के आगे क्या करना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि, यदि कोई किरायेदार अगर घर मे रहता है, तो वह किरायेदार उसके घरपर अपना हक्क जताने की संभावना जादा हो सकता है। इससे इस्से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल है। जो बात किरायेदारी के साथ लागू होती है वही बात देखभाल करनेवालेके साथ भी लागू होती है। यदि किसी को घर मे रहनेकी अथवा जमीन के एक छोटे हिस्से में खेती करने की अनुमति दी जाती है, तो यह संभावना है कि वह खेती, कुळ कयदा के अनुसार उस व्यक्तीकी हो जानेका डर जादा होता है। और फिर बेवजाह अदालत की दहलीज के चक्कर काटने पड़ते है। एक तरफ, आप अपना घर या जमीन बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। और दुसरी तरफ आप अपना व्यापारभी बढाना चाहते है। तो फिर ईस स्थिती मे यह सवाल उठता है कि, ऐसे समय में अपने घर और खेती के रखरखाव के लिए एक आदमी को कैसे रखा जाए। और उस समय पर आपको इस नौकर नामा का करार उपयोग मे आता है।
नौकरनामा के बारे में जानकारी को ध्यान में रखते हुए यहापर शिर्फ एक बात समने आती है के नौकरनामा करार से केवल रखरखाव के संदर्भमे काम पर रखा जा सकता है। अन्यथा, यह अन्य मामलों में भी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी को दुकान में नौकर के तौर पर रखना चाहते हैं, भले ही आप किसी भी तरह के काम के लिए एक आदमी रखना चाहते हों, तो एसे मे इस तरह के कई नौकर नामा किये जा सकते है।
आइए, इस नौकर नामा के बारे में जानकारी हासील करनेसे पेहले हम नौकर नामा के महत्वपूर्ण बातो पर विचार करते है। वे चीजें कुछ इस प्रकार हैं: -
- रोजगार की अवधि:- नौकर नाम में रोजगार की अवधि स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जानी चाहिए। यह भी स्पष्ट रूप से बता देना चाहिए और अगर काम करनेका समय बदलना है (याने डे शिप्ट नाईट शिप्ट) तो क्या करना चाहिए। यह भी बताना चाहीए।
- नौकर का वेतन:- नौकरनामा मे सभी चीजें शामिल होनी चाहिए जैसे नौकर को कितना वेतन देना है, कैसे वेतन करना है आदि। जैसे मासिक अथवा हप्ते मे देना चाहीए। ऐसे उल्लेख किया होना चाहीए।
- नौकर को दिया जानेवाला, कमीशन:- यदि नौकर को कुछ भत्ते दिए जाने हैं, तो उन्हें कैसे दिया जाना चाहिए। और कब वे लागू होंगे यह नौकरनामा में उल्लेख किया जाना चाहिए। वेतन के अलावा, यदि आय या लाभ का एक हिस्सा नौकर को दिया जाना है, तो इसका भुगतान कैसे करना है, इसे कब लागू किया जाएगा, इन सभी बातों को अनुबंध में स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए।
- काम का विवरण:- नौकर को किस तरह का काम करना चाहिए, और उसे कब करना चाहिए यह सभी बातोंका नौकरनामा में उल्लेख किया जाना चाहिए।
- छुट्टी के बारेमे:- साल में कितनी बार एक नौकर छुट्टी ले सकता है? यह अवकाश कितने दिनों के लिए लिया जा सकता है? क्या छुट्टी पहले से अनुमोदित होनी चाहिए? इन सभी बातोंका नौकरनामा में स्पष्टीकरण और अन्य विवरण के साथ शामिल होना चाहिए।
- छुट्टी के नियम और शर्तें:- छुट्टी लेते समय किन शर्तों का पालन किया जाना चाहिए? वो भी विधि का पालन करना है, वह सब नौकरनामा में लिखा जाना चाहिए।
- बर्खास्तगी की विधि:- नौकरीसे कैसे निकाल दिया जाए, किस विधि का पालन किया जाए, यह नौकरनामा में लिखा होना आवश्यक है।
- बर्खास्तगी के कारण:- किस कारण से नौकरीसे निकाल दिया जा सकता है, इस सम्बन्ध में इस रोजगार अनुबंध में स्पष्ट उल्लेख किया जाना चाहिए।
- नौकर का अधिकार:- नौकरनामा में एक स्पष्ट प्रावधान होना चाहिए कि नौकर का किस तरह का अधिकार है और वह कैसे निर्णय ले सकता है। इसके बारे में कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए।
- नौकरी छोड़ने की विधि:- मान लीजिए अगर कोई नौकर नौकरी छोड़ना चाहता है, वह कैसे इस्तीफा दे इस बात का स्पष्ट उल्लेख नौकरनामा मे होना चाहिए।
- काम छोड़ने या निकाल दिए जाने पर दिए जाने वाले निर्देश (नोटीस):- नौकरी से निकालने से या फिर नौकर के जरीये रेजिकनेशन देने के कितने दिनो पेहले नोटीस देनी चाहीये ईसका विवरण नौकरनामा मे होना चाहिए।
- नौकरों पर अन्य दायित्व:- यदि नौकरी के अलावा कर्मचारी पर कोई अन्य प्रतिबंध हैं, तो उक्त नौकरी में उस दायित्व का स्पष्ट विवरण होना चाहिए।
- अन्य बातें:- इसके अलावा, अगर नौकरी से संबंधित कोई अन्य महत्वपूर्ण चीजें हैं, तो यह नौकरनामा में स्पष्ट रूप से लिखा जाना चाहिए। यदि इन सभी चीजों को ध्यान से देखते हैं और उन्हें सेवा में शामिल करते हैं, तो बाद में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अब यहापर ध्यान रखने की आवश्यकता यह है कि नौकरनामा में कौन-कौनसी चीजें नहीं होनी चाहिए। वह निम्नलिखित है:-
- नौकरनामा मे कोई भी शर्त प्रचलित कानून के खिलाफ नहीं होनी चाहिए।
- इंडियन कॉन्ट्रेक्ट एक्ट की धारा 27 का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए।
- असंभव चीजें अनुबंध में नहीं होनी चाहिए।
- नियम और शर्तें एक दूसरे से विसंगत नहीं होनी चाहिए।
यहापर ध्यान रखने योग्य अन्य महत्वपूर्ण बातें हैं। वे कुछ इस प्रकार हैं: -
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