पारिवारिक समझौता क्या है / पारिवारिक व्यवस्था पत्र के प्रकार
Photo by August de Richelieu from Pexels |
परिचय
परिवार व्यवस्थापत्र को अंग्रेजी में फैमिली सेटलमेंट डीड कहते है। यह पारिवारीक समझौता पत्र परिवार के लिए बहोत महत्वपुर्ण होता है। आप इसके नाम से ही अंदाजा लगा सकते है के, यह दस्तावेज़ परिवार के सदस्यों द्वारा ही बनाया गया है। यह परिवार व्यवस्था पत्र आम तौर पर संपत्ती के मूल्य के नुसार जो आमतौर पर जैसे खरीद खत के लिए स्टैंप की आवश्यकता होती है। वैसे ही पारिवारीक व्यवस्था पत्र को भी सामान्य स्टैंप पेपर (जनरल स्टॅम्प पेपर) पर बनाना आवश्यक है। लेकिन, पारिवारीक व्यवस्थापत्र यह अगर धार्मिक या धर्मार्थ कार्य के लिए बनाना होता है, तो उस समय उसे बांड की दर के नुसार एक सामान्य स्टैम्प के उपर बनवाना होगा।
पारिवारिक व्यवस्था पत्र भी एक प्रकार का समझौता है। एक परिवारीक व्यवस्था पत्र आमतौर पर परिवार के किसी सदस्य या रिश्तेदार के बीच बनाया जाता है। मान लीजिए कि एक परिवार के सदस्य ने उसे मिलनेवाले उत्तराधिकार के अधिकारों पर कोई समझौता करता है और उस आशय का एक पत्र तैयार करता है, तो इसे पारिवारिक व्यवस्था पत्र कहा जा सकता है।
परिवारीक व्यवस्था पत्र को ठीक से बनाने के लिए या इसे कानूनी रूप से सही बनाने के लिए निम्नलिखित मुद्दोकी आवश्यकता होती हैं।
- आम तौर पर, जिन व्यक्तियों में पारिवारिक व्यवस्था पत्र बनाया जाता है। वे एक ही परिवार के होने चाहिए अथवा उन्हें विरासत या किसी अन्य तरीके से एक दूसरे से संबंधित होना चाहिए।
- पारिवारीक समझौता पत्र का उद्देश्य पारिवारिक विवाद को निपटाना अथवा विवाद से बचना यह होना चाहिए।
- समझौत के इरादे ईमानदार जुडे होना चाहिए। इसके अलावा इस पत्र को जिसने बनाया है उसका भी इरादा नेक और ईमानदार होना चाहिए।
- समझौता के नूसार किसी चीज के लिए भुगतान किया जाना चाहिए अथवा उसके बारेमे प्रावधान पारिवारीक व्यवस्थापत्र में किया जाना चाहिए।
- इस व्यवस्था पत्र को बनाते समय कुछ विवादों अस्तित्व मे होना चाहिए।
- यदि कोई विवाद नहीं है, तो भविष्य में किसी तरह के विवाद निर्माण होनेकी संभावना होनी चाहिए।
पारिवारिक व्यवस्था पत्र के प्रकार:-
(1) मौखिक पारिवारिक व्यवस्था पत्र:-
(२) लिखित पारिवारिक व्यवस्था पत्र:-
- यह भी पढे- मेहर क्या है? | What is Dower in hindi
अब तक हमने परिवार व्यवस्था पत्र से संबंधित अन्य आवश्यक चीजों के बारे में सीखा है। आइए अब देखते हैं कि इस व्यवस्था पत्र में क्या महत्वपूर्ण है।
1) स्टाम्प: -
2) नाम और पते: -
3) अन्य विवरण: -
- यह भी पढे- बक्षीसपत्र क्या है | Gift deed in Hindi
4) तथ्यात्मक विवरण: -
5) पारिवारिक व्यवस्था पत्र में शामील नियम और शर्तें: -
- अधिकारों का बटवारा और उसका तरीका,
- यह परिवारीक व्यवस्था पत्र किसे बंधनकारक है उसका स्पष्ट विवरण,
- किस सदस्य ने और कब समझौता को लागू करना है, इसका स्पष्ट विवरण होना चाहिए।
- समझौते के अनुसार मिलनेवाला मुआवजा और उसका विवरण होना चाहिए।
- यदि वारिस का कोई उल्लेख है, तो उसका विवरण होना चाहिए।
- अंन्य कोई महत्वके बातोक उल्लेख उसमे होना चाहिए।
6) साक्षी और उनके हस्ताक्षर: -
यह भी पढे
- सभि दस्तावेजोका संपूर्ण मार्गदर्शन | Deeds And Documents
- दस्तावेजो के नमुने | प्रारूप | Format of Deeds ans Documents
- चेक बाऊन्स केसेस संबंधीत संपूर्ण मार्गदर्शन | Cheque Bounce Case Procedure
- पारिवारिक कानून को सिखे और समझे | Family Law in Hindi
- फौजदारी कानून का संपूर्ण मार्गदर्शन | Criminal Law In Hindi
- भारतीय दंड संहिता (I.P.C.) को सिखे और समझे
- सिविल कानून का मार्गदर्शन | Civil Law
- सामाजिक और कानूनी लेख तथा मार्गदर्शन | Social And Legal Articals
थोडा मनोरंजन के लिए
0 टिप्पणियाँ